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भारत का भूमंडलीकरण
2003, वाणी प्रकाशन-सीएसडीएस, नयी दिल्ली
अमेरिका की राजनीतिक-आर्थिक चौधराहट और युरोप की सभ्यतामूलक विश्व-दृष्टि के तहत संचालित भूमंडलीकण की प्रक्रिया भारतीय लोकतंत्र के संस्थापक मूल्यों और संरचनाओं को बेहद रफ़्तार और निर्ममता से बदले दे रही है। सोलह प्रतिष्ठित विद्वानों का सघन विश्लेषण।
Bharat Ka Bhoomandalikaran
2003, Vani Prakashan-CSDS, New Delhi
The processes of globalization unleashed by the political-economic hegemony of US are underpinned by Europe’s civilizing mission. The founding values and institutions of India democracy are being rapidly and fundamentally reshaped by these forces. Sixteen scholars have given their well thought out perspectives on predicament of Indian state and society.